इंडोनेशिया के 'योग्यकर्ता ' शहर से लगभग १८ कि.मी. पर बसा ये एक प्राचीन हिंदू शिवालय है .
इसका निर्माण सन ८५० में संजय वंश के महान राजा 'बलितुंग महा शम्भू ' ने किया था .उस समय इस मंदिर को 'शिव ग्रह' कहा जाता था .
बुद्धिस्ट शैलेंद्र वंश के विनाश के बाद ,जावा द्वीप में शैव हिंदू 'संजय' वंश की सत्ता प्रस्थापित हुयी ,इन मंदिरों का निर्माण उस समय के हिन्दुओ के वैभवशाली राजसत्ता का चिन्ह मात्र है ,जो स्पष्ट रूप से दर्शाता है की "जहा हिंदू सत्ता है, वहां वैभव है "
समय आज भी प्रतीक्षारत है ,ऐसे अनेको मंदिरों का निर्माण करनेवाली शक्तिशाली हिंदू राष्ट्र की महासत्ता का ........जो की पूर्ण रूप से हम हिन्दुओ की स्वार्थबुद्धि और भ्रामकता में दबी हुयी है और साथ ही देशद्रोही सेकुलर गिद्धों के मुह नोची जा रही है ।