भयहरणनाथ धाम
भारत के उत्तर प्रदेश में प्रतापगढ़ जिले में ग्राम सभा पुरे तोरई “कटरा गुलाब सिंह ” में स्थित है भगवान शिव को समर्पित यह भयहरण नाथ धाम मंदिर एक अति प्राचीन मंदिर है जो भारत के पौराणिक काल से जुड़ा माना जाता है| हिंदुओं के प्रमुख धर्मिक स्थलों में से एक यह स्थल शिव भक्तों का भी महत्वपूर्ण स्थान है| भगवान शिव के इस मन्दिर में एक चित्ताकर्षित भगवान श्री भयहरण नाथ जी (भोलेनाथ) का शिवलिंग स्थापित है| जिसके दर्शनों के के लिए भक्त देश के कोने कोने से यहाँ पहुँचते है.
हजारों श्रद्धालु प्रतिदिन इस शिवलिंग का जलाभिषेक करके भगवान शिव का आशीर्वाद ग्रहण करते हैं. माना जाता है की अज्ञातवास के समय पाण्डवों ने यहाँ शिवलिंग की स्थापना की जिसमें यहां पांडवों ने भगवान शिव की पूजा-अर्चना की. तथा सभी ने अलग-अलग स्थानों पर शिवलिंग स्थापित किए ओर यहाँ का शिवलिंग भीम द्वारा स्थापित किया गया था| भयहरणनाथ धाम मंदिर पौराणिक कथा ।
भयहरणनाथ धाम मंदिर के दर्शन पाकर सभी भक्त आत्मिक शांति को पाते हैं इस शिवलिंग के दर्शन मात्र से ही सभी कष्ट, कलेश दूर हो जाते हैं भक्तों का अटूट विश्वास इस स्थान की महत्ता को दर्शाता है मंदिर में हर समय ही भक्तों की भारी भीड़ देखी जा सकती है. इस मंदिर के महत्व के बारे में एक पौराणिक कथा प्रचलित है जिसमें कहा गया है की. जब पांडवों को अज्ञातवास मिला तो वह यहां वहां अपने को छुपाते हुए घूम रहे थे| तब यहां पर आए इस दौरान भीम ने यहाँ पर राक्षस बकासुर का वध करने के पश्चात इस शिवलिंग की स्थापना की थी| भीम ने राक्षस बकासुर का वध कर ग्रामवासियों को राक्षस बकासुर के आतंक से भय मुक्त किया था तत्पश्चात जनकल्याण के लिए शिवलिंग की स्थापना की और तब से ही भयहारी कहे जाने वाले भगवान भोलेनाथ जनमानस में “‘भव भयहरणनाथ”‘ के नाम से प्रसिद्ध हुए|